Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

जिले के तीन प्रिंसिपलों के खिलाफ शिक्षक संघ सियाराम ने शुरू किया धरना

लगाए गंभीर आरोप, बोले, शिक्षकों के प्रिंसिपलों ने रोके वेतन, कर रहे प्रताड़ित

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झुंझुनूं। सोमवार को से जिला कलेक्ट्रेट पर जिले के तीन प्रधानाचार्यों रामकृष्ण महरिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय इस्लामपुर, परमजीत जानूं महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बीबासर, देवेंद्र कुमार महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हेतमसर के खिलाफ अधीनस्थ कर्मचारियों के वेतन रोकने, अवकाश स्वीकृत न करने, एसीपी आवेदन न लेने एवं बार-बार प्रताड़ित करने के संबंध में धरना देकर जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। संगठन के संरक्षक राजकुमार मूंड ने बताया कि इस्लामपुर प्रधानाचार्य ने अपने अधीनस्थ शिक्षिका का 10 दिन का वेतन अपनी हठधर्मिता के कारण रोक रखा है एवं एसीपी आवेदन भी स्वीकृत नहीं कर रहे हैं। जबकि इस प्रकरण में पूर्व में अप्रेल माह में धरना दिया गया था और तत्कालीन संयुक्त निदेशक पितराम सिंह काला एवं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनुसूइया द्वारा प्रधानाचार्य को वेतन बनाने के लिए पाबंद किया गया था।
बावजूद इसके 10 माह बाद भी संबंधित शिक्षिका का वेतन नहीं बनाया गया है। विभाग के अधिकारियों द्वारा संबंधित प्रधानाचार्य की जांच भी की गई। परंतु आज तक कोई यथोचित कार्रवाई नहीं की गई है। इसी प्रकार महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बीबासर के 5-6 शिक्षकों का वेतन प्रधानाचार्य परमजीत जानू द्वारा रोका गया है। इन प्रधानाचार्य पर विद्यालय की शिक्षिका द्वारा एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी। जिसकी जांच हुई। जिसमें प्रधानाचार्य दोषी पाए गए और उनकी गिरफ्तारी हुई। अभी वह जमानत पर बाहर हैं। इन पर विभाग द्वारा वित्तीय गबन की जांच भी चल रही है। प्रधानाचार्य लगातार अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर जांच में सहयोग के लिए दबाव डालते हैं व न मानने पर वेतन रोकने संबंधी कार्य का डर दिखाते हैं और इस प्रकार वेतन रोक भी रखे हैं। महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हेतमसर के प्रधानाचार्य देवेंद्र कुमार भी अपने अधीनस्थ शिक्षकों का अवकाश स्वीकृत नहीं करना, कई महीनों का वेतन न बनाना, बिना किसी कारण के अपने अधीनस्थ कार्मिकों को प्रताड़ित कर रहे हैं।
इन सभी मामलों में संगठन द्वारा अप्रैल 2023 में धरने प्रदर्शन हुए। विभाग द्वारा निस्तारण का आश्वासन मिलने पर धरना समाप्त किया गया। परंतु आज तक इस संबंध में न तो इन मामलों का निस्तारण हुआ और न ही संबंधित प्रधानाचार्य पर कोई कार्रवाई की गई और यदि कोई जांच की गई तो इस जांच को राजनीतिक रूप से दबा दिया गया है। इसलिए संगठन धरने के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर यह मांग करता है कि सभी मामलों का निस्तारण हो, रोके गए अध्यापकों का वेतन बनवाया जाए एवं दोषी प्रधानाचार्य के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाए। इस धरने में प्रदेश संगठन महामंत्री उम्मेद सिंह डूडी, प्रदेश कार्य समिति सदस्य राधेश्याम मान, जिलाध्यक्ष अशोक  कुलहरि, जिला मंत्री सुदेश यादव, सभा अध्यक्ष वेदप्रकाश, झुंझुनू ब्लॉक अध्यक्ष रतिराम धींवा, चिड़ावा ब्लॉक अध्यक्ष अमित बराला, अलसीसर ब्लॉक अध्यक्ष रामसिंह राहड़, ब्लॉक अध्यक्ष विजेंद्र बुडानिया, बुहाना ब्लॉक अध्यक्ष मनोज यादव, नवलगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र झाझड़िया, गुढा ब्लॉक अध्यक्ष अमरसिंह महला, जिला उपाध्यक्ष नाथूराम, प्रदेश महासमिति सदस्य महेश सैनी, महेंद्र सिंह पूनियां, संजीव कड़वासरा, रामकरण सैनी, सुभाष सिंह शेखावत, नरेश तंवर, विनोद भड़िया, शेर सिंह, ताराचंद सोनी, विजय कुमार महला, सुरेंद्र कुमार हेतमसर, अजय काला, रणधीर बुडानिया, नरेंद्र झाझड़िया व विमलेश सहित बड़ी संख्या में शिक्षक साथी उपस्थित थे।
इधर, राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद व रेसा (पी) ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन

कलेक्टर को ज्ञापन देने आए राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद व रेसा (पी) के पदाधिकारी व सदस्य। 

इधर, राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद व रेसा (पी) के अधिकारियों ने सोमवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को ज्ञापन सौंपा। राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद के जिलाध्यक्ष ने बताया कि विभिन्न शिक्षक संगठनों के द्वारा राउमावि इस्लामपुर, बीबासर, मुकुंदगढ़ व हेतमसर के प्रधानाचार्यों के विरूद्ध शिकायत कर कार्यवाही के जिए दबाव के लिए जिला मुख्यालय पर धरना दिया जा रहा है। प्रकरण में ज्यादातर शिकायतें अवकाश स्वीकृत अथवा निरस्त करने से संबधित हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय संचालन के दौरान व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए कार्यालय अध्यक्ष द्वारा कई बार नियमानुसार अवकाश निरस्त किए जाते हैं।

ऐसे प्रकरणों में प्रधानाचार्यों के विरूद्ध धरने आदि से अनुचित दबाव बनाने से प्रधानाचार्य असहज महसूस कर रहे है। जल्द ही माध्यमिक बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो रही है, ऐसे समय में इस प्रकार धरना दें कर प्रधानचार्यों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए दबाव बनाने से प्रधानाचार्य केडर में आक्रोश है। उन्होंने ज्ञापन देकर कलेक्टर से प्रकरणों की निष्पक्ष जांच करवाने कि मांग की है। यदि दबाव बनाकर बेवजह प्रधानाचार्यों के हितों पर कुठाराघात का प्रयास हुआ तो प्रधानाचार्यों के संगठन रेसा व रेसा (पी) द्वारा भी मजबूरन आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। इस मौके पर रेसा जिलाध्यक्ष नवीन गढ़वाल, सुमित्रा झाझड़िया, प्रकाश चाहर, परमजीत सिंह जानूं, विजेंद्र सिंह, दिनेश मील, रुचिरा, सरोज, नरेंद्र कुमार जांगिड़, विजयपाल, चंद्रप्रकाश, मनीराम मंडीवाल आदि मौजूद थे।