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झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

अलसीसर कॉलेज में व्याख्याता नहीं और उदयपुरवाटी में कॉलेज का नया भवन बनने पर भी पुराने में ही चल रहा

एसएफआई ने स्टूडेंट्स की मांगों को लेकर दिया ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी दी

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झुंझुनूं। अलसीसर कन्या महाविद्यालय में विद्या संबल के तहत लगाए व्याख्याताओं को हटाने के बाद एक भी व्याख्याता नहीं बचा है। द्वितीय सेमेस्टर की कक्षाएं 1 मार्च से शुरू हो जानी चाहिए थी। लेकिन अभी एक भी व्याख्याता नहीं होने के कारण एक भी कक्षा छात्राओं की नहीं लग रही है। एसएफआई के तहसील महासचिव दीपक सामरिया व तहसील अध्यक्ष विकास प्रजापति ने कहा कि  समय रहते अगर व्याख्याता नहीं लगाए गए तो एसएफआई उग्र आंदोलन करेगी।

पूर्व जिला महासचिव अरविंद गढ़वाल ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार की तरह वर्तमान सरकार भी छात्रों के साथ खिलवाड़ कर रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान कैम्पस में छात्राओं की मीटिंग हुई। जिसमें 61 सदस्य एसएफआई की कॉलेज कमेटी का गठन हुआ। जिसमें अध्यक्ष खुशबू, महासचिव कोमल, उपाध्यक्ष अंजना, रुबीना, पायल, असमा, टीना शर्मा, नाज़मीन, जिया, सीमा, मोनिका, पूनम, कोमल, संयुक्त सचिव लक्ष्मी सैनी, रवीना, रेखा, कमलेश, रिंकू, प्रिया, मोनिका प्रजापत, रेखा, नीलम, डिंपल, नीतू, टीनू, कविता, प्रीत, टीना, पायल, कोमल, सानिया, टीना कंवर, प्रियंका कुमारी, ऋतिका भार्गव, कोमल भार्गव, कविता भार्गव, मनीषा, पायल खत्री, कमलेश,पायल, किरण,ऋतिका, स्नेहा, निकिता, पूनम, डिंपल, कविता गिल, निकिता, मनीषा, रौनक, रजनी खत्री, पूजा कुमारी, योगिता कुमारी, प्रीति कंवर, वंदना, सलोनी, कंचन कुमारी, पुष्पांजलि, प्रीति, शीतल कंवर, मोनिका, रेखा, अफसाना, राजकीय महाविद्यालय मलसीसर के कॉलेज कमेटी महासचिव दिनेश दायमा, तहसील संयुक्त सचिव सुनीता शेखावत, अंकिता, तहसील महासचिव दीपक सामरिया, तहसील अध्यक्ष विकास प्रजापति व पूर्व जिला महासचिव अरविंद गढ़वाल मौजूद रहे।

एसएफआई ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

उदयपुरवाटी में मांगों को लेकर ज्ञापन देते छात्र-छात्राएं

उदयपुरवाटी। कस्बे में स्थित राजकीय महाविद्यालय के छात्र छात्र-छात्राओं द्वारा दो सूत्री मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। छात्र—छात्राओं का कहना है कि पिछले तीन साल से महाविद्यालय अस्थाई भवनों में संचालित हो रहा है। जिसमें छात्र छात्राओं को न ही पीने का पानी मिल रहा है ना ही वहां शौचालयों की व्यवस्था है और ना ही रूमों की व्यवस्था है। मात्र तीन रूमों में तीन साल से महाविद्यालय संचालित हो रहा है। जबकि महाविद्यालय के लिए नए भवन पिछले आठ महीनों से बनकर तैयार है। जिनका लोकार्पण भी हो चुका है। फिर भी नए भवनों में कॉलेज को शिफ्ट नहीं किया जा रहा है। साथ ही विद्या संबल के तहत लगे व्याख्याताओं को हटा दिया गया है। उनको वापस स्थाई रूप से लगाए। ताकि कॉलेज में अध्ययन कार्य सुचारू रूप से चलता रहे। क्योंकि कॉलेज विद्या संबल वाले व्याख्याताओं के भरोसे ही चल रहा है।

छात्र संगठन एसएफआई ने मांग करते हुए कहा है कि अगर पांच दिन के भीतर कॉलेज नए भवनों में शिफ्ट नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जिसमें छात्रा कमेटी संयोजक रिचा गुर्जर, तहसील उपाध्यक्ष भरत कुमावत, अंकित कनवा, रचना सैनी, शिवा वर्मा, समीर अली, रिया देव, एडवोकेट मुनेश, मोनिका, निरमा, सोनू सैनी, आशीष, मोहित, सीमा, नीलम, मोनिका, करीना, वंदना, रेणू, सुनिता, गुड्डी, सोनिया, अनामिका, नवीन ककराना, रवि, ज्योति, ममता, मनीषा, करण, उमेश, विकास, भारती, निकिता, बिट्टू, कंचन, अनिता व प्रियंका आदि मौजूद रहे।