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झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

समसा एपीसी तेतरवाल ने बताए नामांकन वृद्धि के गुर, कहा; घर-घर जाकर व सोशल मीडिया पर अपने विद्यालय की उपलब्धियां बताएं

चिड़ावा के राजकला राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रवेशोत्सव की मीटिंग ली

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चिड़ावा। नए सत्र में नामांकन वृद्धि अभियान व प्रवेशोत्सव के उपलक्ष में गुरुवार को राजकला राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय चिड़ावा में समसा एपीसी कमलेश तेतरवाल ने अवलोकन करते हुए सम्बलन प्रदान किया तथा नए सत्र में नामांकन वृद्धि के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। प्रधानाचार्य सरोज दाधीच की अध्यक्षता में आयोजित स्टाफ मीटिंग को संबोधित करते हुए तेतरवाल ने कहा कि पूरे सत्र में आपने बहुत अच्छा काम किया है। जिसका परिणाम है विद्यालय का पीएमश्री योजना में चयन होना और भी अच्छे परिणाम आने निश्चित है। लेकिन आगामी सत्र की अभी से योजना बनाकर हमें कार्य शुरू करना होगा। इसमें सबसे पहला काम है कि इस सत्र में शेष बचे एक सप्ताह में अभिभावकों से घर-घर संपर्क करके व सोशियल मीडिया के माध्यम से अपने विद्यालय की उपलब्धियों का प्रचार प्रसार करते हुए नामांकन वृद्धि के लिए आधिकाधिक प्रयास करें।

उन्होंने अपने पूर्व विद्यालय बिसाऊ व तोलियासर, चूरू का उदाहरण देते हुए बताया कि यदि संस्था प्रधान व स्टाफ सामूहिक टीम भावना से काम करें तो किसी भी विद्यालय का संपूर्ण कायाकल्प हो सकता है। उन्होंने बताया कि आप सभी भाग्यशाली है कि आपको एक ऐसा विद्यालय मिला है। जिसका शानदार भवन है तथा बहुत बड़ा स्वच्छ परिसर भी है। इसके अलावा नामांकन भी अच्छा है। लेकिन अच्छे को और अच्छा बनाने के लिए हमें और अधिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आज से लगभग 7 साल पहले तत्कालीन जिला कलेक्टर दिनेश यादव ने घोषणा की थी कि राजकीय विद्यालय में 90 प्रतिशत से ऊपर अंक लाने वाले बोर्ड परीक्षार्थियों को जिला स्तर पर बुलाकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने अपनी घोषणा पर अमल करते हुए सम्मानित भी किया। जिसमें पूरे जिले से राजकीय विद्यालयों में केवल 30 विद्यार्थी ऐसे थे। जिनके 90 प्रतिशत से अंक ऊपर थे। लेकिन हमारी लगातार मेहनत व स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का परिणाम है कि आज जिले के एक-एक ब्लॉक में सैंकड़ों की संख्या में विद्यार्थी 90 प्रतिशत से अधिक अंक ला रहे हैं।

तेतरवाल ने बताया कि किसी भी विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए वहां के भामाशाहों और अभिभावकों का बहुत बड़ा योगदान होता है। इसलिए संस्था प्रधान व सभी स्टाफ सदस्य इन सबसे लगातार संपर्क में रहे। उन्होंने कहा कि वे अभिभावक धन्यवाद के पात्र हैं। जिन्होंने अपनी बेटियों का भविष्य निर्माण का दायित्व आपको दिया है। अब आपका दायित्व बनता है कि इनका शैक्षिक विकास करते वक्त आप अपने स्वयं के बच्चों की तस्वीर दिमाग में रखें और इनको उसी सोच के साथ आगे बढाएं। संस्था प्रधान सरोज दाधीच ने बताया कि उन्होंने विद्यालय स्टाफ के ग्रुप बनाकर डोर टू डोर सर्वे वह अभिभावकों से संपर्क करने की योजना पर काम शुरू कर रखा है तथा अभी से नए सत्र की कक्षाएं शुरू कर दी गई है।

निश्चित रूप से नामांकन की वृद्धि भी होगी। इसी दौरान तेतरवाल ने इस विद्यालय में चल रहे सीडब्लूएसएन विद्यार्थियों के सहायता केंद्र का भी अवलोकन किया तथा आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी दिव्यांग बालक की मदद करना अपना पदीय दायित्व तो है ही इसके अलावा ऐसे बालकों की मदद करने से आपको निश्चित रूप से उनकी दुआएं और ईश्वर का आशीर्वाद मिलेगा। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या पूनम तंवर, इंदिरा झाझड़िया, सुभिता कुमारी, सरला टेलर, व्याख्याता नेमता, सुनील कुमार, अनिल, सपना, सुनिता, राजेश कुमार, बलराम, वरिष्ठ अध्यापक राजबाला, मनोज सैनी, ममता, मुकेश, रोहितास, अध्यापक संजय, घीसाराम, सुनिता, सुमन, चेतराम, इंदू, किरण, रेशमा, सचिन, मनीष, महेंद्र सिंह, रंजू लाम्बा आदि उपस्थित रहे।