Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

मुंबई में हुई अनूठी शादी: राजस्थानी माहौल और परंपराओं के बीच बारातियों को बैठाकर चांदी के बर्तनों में परोसा भोजन

प्रवासी पाटोदिया परिवार के शादी समारोह में झुंझुनूं से शामिल हुए विशिष्टजन

- Advertisement -

0 54

झुंझुनूं। प्रवासी पाटोदिया परिवार की लाडली बिटिया आस्था की शादी मुंबई में ही राजस्थानी माहौल और परंपराओं के साथ संपन्न हुई। जिसमें बड़ी संख्या में झुंझुनूं जिले से भी विशिष्टजनों ने हिस्सा लेकर दो दिन चले कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और वर-वधु को आशीर्वाद दिया। मुंबई के ठाणे में स्थित द बाइक हॉस्पिलिटी के चेयरमैन झुंझुनूं के प्रवासी बिजनसमैन अनिल-अर्चना पाटोदिया की बेटी आस्था पाटोदिया की शादी संजीव-शैफाली जैन के लाडले मनन जैन के साथ ठाणे स्थित द बाइक सूरज प्लाजा होटल में संपन्न हुई। इस दौरान सभी कार्यक्रमों में राजस्थानी माहौल और परंपरा देखने को मिली। दो दिन में डिनर के अलावा लंच, ब्रेकफास्ट में राजस्थानी खाने की स्टॉलें आकर्षण का केंद्र रही। लोगों ने दाल, बाटी, चूरमा के साथ-साथ चिड़ावा के प्रसिद्ध साग रोटा का भी स्वाद चखा। इसके अलावा दिन में ही ढुकाव और फेरे करवाकर समाज को फिर से पुरानी परंपराओं को फील करवाया गया। पहले के जमाने में दिन में ही ढुकाव और फेरे होते थे। लेकिन अब रात का चलन होने लगा था। पाटोदिया परिवार ने राजस्थानी, खासकर मारवाड़ियों की पुरानी को जीवंत करते हुए सुबह 11 बजे कोरथ के साथ ढुकाव शुरू करवाया। वहीं दोपहर को एक बजे दुल्हे ने तोरण मारा और इसके बाद दिन में ही फेरे हुए।

राजस्थानी परंपरा से स्वागत, सभी को भाया
मुंबई के ठाणे स्थित होटल दी बाइक सूरज प्लाजा में सभी आगंतुक मेहमानों का पाटोदिया परिवार के प्रमोद, अनिल, प्रदीप पाटोदिया तथा कमल पोद्दार ने राजस्थानी परंपरा से स्वागत किया। परिवार की बच्चियों ने अतिथियों को तिलक लगाया। वहीं आयोजक परिवार ने खुद अपने हाथों से मेहमानों को जेंट्स को शॉल एवं महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर राजस्थानी परंपरा का निर्वहन किया। विवाह में प्रमुख रस्म हल्दी, तिलक एवं रात्रि को गीत संगीत में राधा कृष्ण के भजन व धार्मिक गीतों का बोलबाला रहा। परिवार जन ने किया धार्मिक भावना के साथ राजस्थानी गीत संगीत पर डांस अद्भुत कार्यक्रम रहा।

सम्मान से बैठाकर चांदी के बर्तनों में सज्जनगोठ का खाना
विवाह के कार्यक्रमों में फेरों के बाद होने वाली सज्जन गोठ का कार्यक्रम केवल औपचारिक होकर रह गया है। परंतु पाटोदिया परिवार द्वारा इस सज्जन गोठ कार्यक्रम को भी पुराने अंदाज में किया। जो शादी में आने वाले लोगों के लिए यादगार रहेगा। बारातियों को पूर्ण आदर सम्मान के साथ बैठाकर, मनुहार करके अपने हाथों से परोसगारी की गई। सभी बर्तन चांदी के थे। राजस्थानी थीम पर सजाए गए सेल्फी प्वाइंट पर सभी आगंतुक मेहमानों ने सेल्फी लेकर विवाह की यादों को अपने मोबाइल में कैद किया।

भगवान शिव का सेट विशेष आकर्षण का केंद्र रहा
विवाह के मांगलिक कार्यक्रमों के लिए बहुत ही सुंदर शानदार भगवान शिव का सेट लगाया गया। जहां सभी कार्यक्रम संपन्न हुए। सभी मेहमानों एवं बारातियों के लिए यह सेट एक अविस्मरणीय यादगार रहा। सेट भी ऐसे था जैसे कि मानो भगवान शिव की जीवंत अनुभूति हो रही हो। वहीं राम राम जय राजाराम, राम राम जय सीताराम के धार्मिक भजन पर पानीग्रहण संस्कार की रस्म संपन्न हुई।

प्रवासियों के साथ-साथ झुंझुनूं से काफी लोग पहुंचे
विवाह समारोह में मुंबई में रहने वाले प्रवासियों के अलावा कई वीआईपी लोग और झुंझुनूं से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इनमें रमाकांत टीबड़ेवाला, विनोद गाडिया, सुशील रामस्वरूप गाड़िया, सत्तार दीवान चौपदार, झुंझुनूं से पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, जीवेम चेयरमैन शिक्षाविद् डॉ. दिलीप मोदी, श्री गोपाल गौशाला के अध्यक्ष प्रमोद खंडेलिया, मंत्री नेमी अग्रवाल, श्रीश्याम आशीर्वाद संस्थान के मुख्य ट्रस्टी डॉ. डीएन तुलस्यान, कमल केजड़ीवाल, राजेश ढेढ़िया, अशोक केडिया नीटू, अजीत राणासरिया, दिलीप हंसासरिया, तहसीन कुरैशी, भाजपा नेता पुरुषोत्तम खाजपुरिया, कर सलाहकार विनोद कानोडिया, सुनील मोदी, बंटी मांजू, रमाकांत तुलस्यान, छाजूराम पंसारी, राज दीदी आदि प्रमुख थे। सभी कार्यक्रम पाटोदिया परिवार के रामानंद, जुगल किशोर, पवन कुमार, सुरेश, प्रमोद, अनिल, प्रदीप पाटोदिया एवं कमल पोद्दार, अरुण पोद्दार एवं गोविंद पाटोदिया सहित अन्य परिवार जन के कुशल मार्गदर्शन, दिशा निर्देशन एवं आतिथ्य में सुव्यवस्थित संपन्न हुए। विवाह समारोह के अधिकांश कार्यक्रमों का संयोजन परिवार के ही बेटे, बेटियों एवं बहूओं द्वारा किया गया। जिसमें शिप्रा पल्लव पाटोदिया द्वारा शानदार तरीके से किए गए इवेंट कार्यक्रम की सभी ने मुक्त कंठ से सराहना की।