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झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

मास्टर साहब तीन साल से डेपुटेशन पर, बच्चों को अंग्रेजी में ए फॉर एप्पल… बी फॉर बॉय..कौन पढ़ाएं

राउप्रावि सोती में तीन साल से डेपुटेशन पर चल रहे अंग्रेजी विषयाध्यापक को लगाने की मांग, कलेक्टर को ज्ञापन भेजा

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झुंझुनूं। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने साफ कहा है कि जो भी शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्यों या विद्यालय से हटकर अन्य विभागीय कार्यों में डेपुटेशन पर लगे हुए हैं उनको ढूंढ रहे हैं। और उनका डेपुटेशन रद्द कर रहे हैं। लेकिन यहां झुंझुनूं में सातों ब्लॉकों से सरकारी स्कूलों से कुछ शिक्षकों को हटाकर उन्हें साक्षरता कार्यक्रम में प्रतिनियुक्ति पर लगा रखा है। यह कोई चुनाव व छह महीने की बात नहीं है। बल्कि तीन-तीन सालों से शिक्षक डेपुटेशन पर जमे हुए हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। इधर जिले के निकटवर्ती गांव सोती के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में करीब तीन साल से डेपुटेशन पर चल रहे अंग्रेजी विषयाध्यापक को मूल पद पर लगाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को ज्ञापन भेजा है। इसमें बताया गया है कि सोती के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में करीब तीन साल से अंग्रेजी विषयाध्यापक साक्षरता में लगे हुए हैं। जबकि उनका मूल पद सोती में ही है। इससे यहां पद रिक्त भी नहीं दिखाया जा रहा ताकि कोई अन्य अध्यापक लगाया जा सके। ग्रामीणों का कहना है गांव के सरकारी स्कूल में अंग्रेजी विषयाध्यापक नहीं होने से बच्चों को अंग्रेजी बोलने, पढ़ने और लिखने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इससे मजबूरन बच्चे दुसरी स्कूलों में जाने को मजबूर हो रहे हैं। ज्ञापन में ग्रामीणों ने पूर्व पदस्थापित अंग्रेजी विषयाध्यापक की प्रतिनियुक्ति रद्द करके उन्हें मूल पद पर पदस्थापित करने या फिर अन्य अंग्रेजी विषयाध्यापक को लगाने की मांग की हैं। जिस पर कलेक्टर ने समाधान का आश्वासन दिया है।

कलेक्टर का अंग्रेजी पर जोर
एक ओर जहां जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी भाषा को लेकर काफी गंभीर है। उनके निर्देशन में सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी की ग्रीष्मकालीन कक्षाएं भी संचालित की गई थी। वहीं दूसरी ओर सोती स्कूल में ग्रामीणों की ओर से अंग्रेजी विषयाध्यापक लगाने की मांग की जा रही हैं। इससे लगता है कि कलेक्टर जरूर इस विषय को गंभीरता से लेते हुए बच्चों के भविष्य के लिए सकारात्मक कदम उठाएंगी।

अंग्रेजी में होती है बड़ी समस्या
राउप्रावि सोती में अंग्रेजी विषयाध्यापक नहीं होने से ना केवल बच्चों को बल्कि अन्य विषयाध्यापकों के सामने भी अंग्रेजी पढ़ाने में दिक्कत आ रही है। जिससे जैसे तैसे करके अन्य अध्यापक अंग्रेजी पढ़ाते तो है। लेकिन बच्चों को अंग्रेजी के बारे में बेहतर ज्ञान देने में विफल रहते हैं। इससे बच्चों का कोर्स भी अधूरा रहता है। वहीं प्राथमिक स्तर से ही बच्चों की नींव कमजोर होती जा रही है।