Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

किडनी कांड के आरोपी डॉ. संजय धनखड़ गुजरात से गिरफ्तार

धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज भी तैयार किए डॉ. धनखड़, केस में अब फर्जीवाड़े की धाराएं भी जोड़ी

- Advertisement -

0 90

झुंझुनूं। पुलिस ने बुधवार को किडनी कांड के मुख्य आरोपी डॉ. संजय धनखड़ को गिरफ्तार कर लिया है। डॉ. धनखड़ भागने की फिराक में थे। जिन्हें गुजरात से दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया है। एसपी राजर्षि राज वर्मा ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि नूआं निवासी ईद बानो ने डॉ. धनखड़ के खिलाफ ईलाज में लापरवाही बरतने की शिकायत की थी। जिसके बाद चिकित्सकों की एक टीम ने शिकायत की जांच की और उसमें साबित हुआ कि डॉ. धनखड़ ने ईलाज में लापरवाही बरती है। डॉ. धनखड़ ने खराब हो चुकी किडनी की जगह, दूसरी सही किडनी निकाल दी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए जांच शुरू की और मौका नक्शा बनाया। वहीं अस्पताल की जांच की तो वहां से काफी संदिग्ध सामग्री जब्त की गई। जिसमें दस्तावेजों में हेरफेर और चिकित्सकों की स्टाम्प्स मिली है। जिससे साबित हो रहा है कि डॉ. धनखड़ ने ना केवल ईलाज में लापरवाही की। बल्कि धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज भी तैयार किए।

पुलिस ने इस मामले को पूर्व में भारतीय दंड संहिता की धारा 337 व 338 में दर्ज किया था। लेकिन बाद में इसमें भारतीय दंड सहिता की धारा 420, 465 और 473 भी जोड़ा गया है। अब डॉ. धनखड़ को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर लाया जाएगा। एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि इस मामले में गायब हुई किडनी को लेकर भी पूछताछ की जाएगी। यदि बायोवेस्ट और आर्गन रूल्स के अनुसार किडनी का डिस्पोजल या फिर संधारण नहीं किया गया है तो इन धाराओं को भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा जान बूझकर जान संकट में डालने की धारा भी जोड़ी जा सकती है। पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस रिलिज में एक और खास बात यह रही कि डॉ. धनखड़ पर पूर्व के दर्ज दो मामलों का भी जिक्र कर डॉ. धनखड़ के आपराधिक रिकार्ड की जानकारी दी गई। जिसके तहत 2015 और 2016 में भी डॉ. धनखड़ पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304ए में मामला दर्ज हो चुका है। वहीं चर्चा है कि इसके अलावा भी डॉ. धनखड़ के खिलाफ दो—तीन शिकायतें विभिन्न स्तरों पर लंबित है। जिनमें भी ईलाज में लापरवाही जैसे आरोप है।