Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की हत्या में शामिल था झेरली का अशोक, एनआईए की चार्जशीट में आया अशोक का नाम

अशोक मेघवाल इन दिनों गैंगस्टर रोहित गोदारा के लिए हथियार सप्लाई का काम करता था

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झुंझुनूं। जयपुर की विशेष अदालत में एनआईए की टीम ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के मामले में फरार गैंगेस्टर रोहित गोदारा, गोल्डी बरार, वीरेंद्र चारण समेत 12 जनों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है। इनमें झुंझुनूं के पिलानी थाना क्षेत्र के झेरली गांव का रहने वाला अशोक मेघवाल भी शामिल है। अशोक मेघवाल को एनआईए की टीम इसी साल 3 जनवरी को झेरली गांव में दबिश देकर अल सुबह उसके मकान से पकड़कर ले गई थी। जिस वक्त एनआईए की तीन टीमों ने झेरली गांव में दबिश दी थी और अशोक मेघवाल को पकड़ा था। उसके पास आठ पिस्टल और 16 मैगजीन भी जब्त की थी।

सूत्रों की अनुसार एनआईए की चार्जशीट में अशोक मेघवाल पर आरोप तय किया गया है कि सुखदेवसिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग करने के लिए हथियार और वारदात के प्लान में शामिल एक आरोपी भवानी सिंह को उसी ने आश्रय उपलब्ध करवाया था। भवानी सिंह ने अशोक मेघवाल से हथियार लेकर शूटर नितिन को दिए थे। एनआईए की शुरूआती जांच में यह भी सामने आया था कि अशोक मेघवाल इन दिनों रोहित गोदारा के लिए हथियार सप्लाई का काम करता था। उसे रोहित गोदारा ने 30 हथियार उपलब्ध करवाए थे। इनमें से वह सुखदेवसिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में काम लिए गए हथियारों के साथ—साथ कुल 22 हथियार सप्लाई कर चुका था। इन 22 हथियारों को सप्लाई करने के बाद तीन जनवरी 2024 को ही अशोक मेघवाल अपने गांव झेरली पहुंचा था। जहां एनआईए की टीम ने उसे दबोच लिया था। आपको बता दें कि पिछले सप्ताह एनआईए के अधिकारी भी झुंझुनूं आए थे। जिन्होंने झेरली निवासी अशोक मेघवाल के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी थी। जिला मजिस्ट्रेट जिला कलेक्टर की ओर से अभियोजन स्वीकृति दी गई थी। इस स्वीकृति के बाद अब अशोक मेघवाल समेत 12 के खिलाफ एनआईए ने विशेष अदालत में चार्जशीट पेश की है।

बरामद हथियार थे विदेशी, कीमत लाखों में
एनआईए द्वारा अशोक मेघवाल से जब्त किए गए लगभग सभी हथियार लाखों की कीमत वाले और विदेशी बताए गए थे। तीन जनवरी को कार्रवाई से पहले 2 जनवरी की शाम को एक महंगी गाड़ी में अशोक मेघवाल बैठकर अपने गांव आया था। इस गाड़ी से उसे कुछ लोग छोड़कर गए थे। लेकिन वो कौन थे। ये किसी को नहीं पता। ना ही किसी ने उस वक्त तक इसे गंभीरता से लिया। लेकिन जब अगले दिन सुबह जब एनआईए की टीम ने दबिश तो सभी को माजरा समझ में आया। घर में बाड़े में छिपाए थे हथियार : अशोक मेघवाल एनआईए की कार्रवाई होने से पहले काफी दिनों से बाहर ही था। पहले दिन ही घर आया और रात को ही उसने अपने घर में बने बाड़े में रखे चारे के अंदर आठ के आठ हथियार छुपा दिए थे। एनआईए के टीम ने सर्च किया तो यह हथियार बरामद हुए थे। कार्रवाई में एनआईए की तीन टीमों ने संयुक्त कार्रवाई की थी।

घर की हालत भी खराब, कर्ज लेकर करवाई थी जमानत
अशोक मेघवाल का नाम अब सुखदेवसिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के साथ—साथ गैंगेस्टर रोहित गोदारा के साथ तो जुड़ गया। लाखों रूपए की कीमत वाले विदेश में बने हथियार भी अशोक मेघवाल के पास से जब्त हो गए। इन सबके बावजूद अशोक मेघवाल की खुद की और परिवार की आर्थिक स्थिति कोई ज्यादा अच्छी नहीं बताई जा रही। गांव के लोगों का तो यहां तक कहना है कि अशोक के परिवार ने कर्ज लेकर पिछले मामलों में उसकी जमानत करवाई थी। अशोक की पत्नी पशुपालन और खेती से घर चला रही है। तो वहीं बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं।

शराब ठेके की ब्रांच में सेल्समैनी की, 2022 में पकड़ा गया था
अशोक मेघवाल ने कोरोना काल के आस—पास चूरू जिले के ठिमाऊ में शराब ठेके की ब्रांच में सेल्समैनी भी की थी। उसे गांव के ही व्यक्ति ने ठेके पर रखवाया था। ताकि उसका घर चलता रहे। लेकिन इस ब्रांच में भी एक मर्डर हो गया था। तो वो ब्रांच भी बंद हो गई और अशोक का काम भी छूट गया। इसके बाद जुलाई 2022 में सरदारशहर पुलिस ने कस्बे के कच्चा बस स्टैंड पर एक देशी पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। उसके साथ गिनानी बास वार्ड नंबर सात सरदारशहर निवासी शुभम पारीक उर्फ सरदारी को भी गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अशोक को जमानत मिल चुकी थी।

28 मामले दर्ज है अशोक पर, पिलानी में एक भी नहीं
अशोक पर अलग—अलग थानों में संगीन धाराओं में कुल 28 मामले दर्ज है। लेकिन इनमें पिलानी थाने में एक भी मामला नहीं है। उसके खिलाफ चोरी, नकबजनी, हत्या के प्रयास, डकैती, अवैध हथियार के मामले दर्ज है। ज्यादातर मामले 2018 से पहले के है। कई मामलों में अशोक जेल की भी हवा खा चुका है। अशोक पर चूरू, बीकानेर, नागौर, बाड़मेर आदि जिलों के है। ज्यादातर मामले बीकानेर के है। 2018 में अशोक जमानत पर छूटा था। तब से वह बाहर ही है। लेकिन किसी मामले में उसका नाम नहीं आया। अब अचानक उसे एनआईए ने पकड़ लिया था।