Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

दो दिन में करंट से तीन की मौत, तीन झुलसे, घायलों में देसूसर स्कूल का हैडमास्टर भी शामिल

झुंझुनूं में पंचदेव मंदिर के पास बिजली के पोल में आया करंट, दो अन्य घटनाएं बिसाऊ इलाके में हुई

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झुंझुनूं। जिले में बरसात के बाद लगातार दो दिन में हुई करंट लगने से हुई दो अलग-अलग घटनाओं में एक महिला समेत तीन जनों की मौत हो  गई और तीन अन्य झुलस गए। झुलसे व्यक्तियों में एक देसूसर के सरकारी स्कूल का हैडमास्टर जगदीशप्रसाद भी है, जिन्हें जयपुर रेफर किया गया है। पहली घटना 28 जून को जिला मुख्यालय के पंचदेव मंदिर के पास खेमी शक्ति मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते के मुख्य द्वार के समीप लगे बिजली के पोल में बारिश के समय करंट लगने से हुई। यहां एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं तीन अन्य घायल हो गए। दूसरी दो घटनाएं शनिवार को बिसाऊ इलाके में हुई। बिसाऊ कस्बे में बस स्टैंड से बाईपास जाने वाले रास्ते पर जांगिड़ अतिथि भवन के सामने कैफे संचालक की और शीतला चौक में घर में कपड़े सुखा रही महिला बबीता देवी की करंट से मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक झुंझुनूं शहर के फौज का मोहल्ला वार्ड नंबर 22 निवासी 35 वर्षीय मनीष पुत्र सत्यनारायण सैनी ने खेमी शक्ति मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते के मुख्य द्वार के पास ज्यूस की दुकान कर रखी है। शुक्रवार दोपहर को शहर में बारिश के दौरान दुकान पर वह खुद था और उसके पास तीन अन्य लोग खड़े थे। इसी दरमियान बिजली के पोल में करंट आया। जिसके कारण मनीष खुद करंट की चपेट में आ गया। वहीं उसकी दुकान पर खड़े स्वामी की ढाणी तन ढिगाल निवासी देसूसर स्कूल के हैड मास्टर जगदीशप्रसाद पुत्र शिवकरण मेघवाल, मनीष की दुकान के कर्मचारी इस्लामपुर निवासी 21 वर्षीय साजिद पुत्र बाबूलाल लीलगर तथा इस्लामपुर के वार्ड नंबर 14 निवासी 28 वर्षीय जहांगीर पुत्र शब्बीर मुसलमान भी करंट की चपेट में आ गए। साजिद के तो पैर में करंट लगा तो वह दूर जाकर गिरा। वहीं मनीष, जगदीशप्रसाद और जहांगीर पोल के चिपक गए। इसके बाद तेज बहाव में पानी आया तो तीनों के तीनों ही पानी में बह गए। लोगों ने तीनों को पानी में से निकाला और अस्पताल पहुंचाया। इनमें से जहांगीर को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं मनीष व जगदीशप्रसाद का ईलाज चल रहा है। साजिद को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं मनीष का ईलाज झुंझुनूं तथा जगदीशप्रसाद का ईलाज जयपुर चल रहा है।

बिसाऊ में करंट लगने से एक विवाहिता और एक युवक की हुई मौत

दिनेशकुमार, कैफे संचालक

बिसाऊ। कस्बे में दो अलग अलग हादसों में करंट लगने से दो जनों की मौत हो गई। वहीं एक महिला गंभीर घायल हो गई। कस्बे में बस स्टैंड से बाईपास जाने वाले रास्ते पर जांगिड़ अतिथि भवन के सामने कैफे संचालक दिनेश कुमार को पताका फरी में अटकी चाबी निकालते समय करंट लग गया। दिनेश कुमार अपने साथी के साथ सुबह कैफे पर पहुंचा था। इस दौरान नीचे से पहली मंजिल की बालकनी में दिनेश के साथी ने बाइक की चाबी फेंकी। बाइक की चाबी पताका फरी में अटक गई। जिसको निकालते समय यह हादसा हुआ। दिनेश कुमार को गंभीर हालत ने नजदीकी के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां से युवक को चूरू के भरतिया अस्पताल के लिए रैफर किया गया। चूरू के भरतिया अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दूसरा हादसा बिसाऊ कस्बे के शीतला चौक के पास हुआ। जहां पर घर की छत पर कपड़े सूखा रही सास-बहू करंट की चपेट में आ गई। महिलाओं को गंभीर हालत में बिसाऊ कस्बे के सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया। जहां से महिलाओं को प्राथमिक उपचार के बाद चूरू के राजकीय भरतिया अस्पताल रेफर किया गया। जहां पर चिकित्सकों ने बहू बबिता देवी को मृत घोषित कर दिया। जबकि घायल सास शारदा देवी का अस्पताल में इलाज जारी है।

जहांगीर बहता हुआ खेमी शक्ति मंदिर के गेट तक पहुंचा

इस्लामपुर के वार्ड नंबर 14 निवासी जहांगीर पुत्र शब्बीर

पानी का बहाव इतना तेज था कि करंट लगने के बाद जब जहांगीर, महावीरप्रसाद और मनीष पोल के चिपक गए थे। तो पानी के बहाव ने ही उन्हें पोल से अलग गया। जहांगीर बहता हुआ करीब 200 मीटर दूरी तक खेमी शक्ति मंदिर के गेट तक पहुंच गया। जिसे वहां पर लोगों ने पकड़ा और फिर एक चबूतरे पर लैटाया। वहीं जगदीशप्रसाद भी 100 मीटर तक बहते चले गए। जिन्हें लोगों ने पकड़ा। एक बार तो सभी को लगा कि जगदीशप्रसाद की सांस थम गई है। लेकिन उन्हें एक कम पानी वाली जगह पर लैटाया तो उन्होंने उलटी की। जिस पर मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें सीपीआर दी। इसके बाद अस्पताल पहुंचाया। वहीं मनीष पोल से कुछ दूरी पर ही बहता हुआ पहुंचा था। जहां पर उसे थोड़ा होश आया तो उसने खुद ही आटो को पकड़ लिया और फिर जैसे तैसे लोगों ने उसे आटो में बैठाया।

हैडमास्टर अक्सर ज्यूस पीने, दो महीने बाद ही है रिटायरमेंट

घायल हैडमास्टर जगदीशप्रसाद

देसूसर की सरकारी स्कूल में हैडमास्टर जगदीशप्रसाद वैसे तो मुकुंदगढ़ थाना इलाके के स्वामियों की ढाणी तन ढिगाल के रहने वाले है। लेकिन वर्तमान में शहर के बसंत विहार में रहते है। दो महीने बाद उनका रिटायरमेंट भी है। स्कूल जाते और आते वक्त अक्सर जगदीशप्रसाद, मनीष की दुकान पर ज्यूस पीने रूकते थे। शुक्रवार भी वे ज्यूस पीने के लिए रूके थे। इतने में ही बारिश शुरू हो गई। जिसके कारण वे करंट की चपेट में आ गए।