Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

15 दिन से लापता युवक का चारे में दबा मिला शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

पुलिस जुटी जांच में, झुंझुनूं के वार्ड नंबर 54 का रहने वाला था मृतक प्रमोद सैनी

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झुंझुनूं। शहर के अग्रसेन सर्किल के पास एक चारे के दुकान में युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक युवक की पहचान कर ली गई है। जो करीब 15—16 दिन से लापता था। पुलिस ने शव को बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह अग्रसेन सर्किल के पास चारे की दुकान में कुछ लोग तिरपाल को समेटने के लिए पहुंचे। वहां पर उन्हें दुर्गंध महसूस हुई तो उन्होंने चारे के ढेर में देखा तो वहां पर शहर के वार्ड नंबर 54 मंड्रेला बाईपास निवासी 38 वर्षीय प्रमोद सैनी मृत अवस्था में दिखाई दिया। जिस पर कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। शहर कोतवाल पवन चौबे टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए राजकीय जिला बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।

पुलिस ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट आने के बाद शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। वहीं मृत्यु के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। इधर, मृतक के भाई नंदलाल ने बताया कि प्रमोद पांच भाइयों में सबसे छोटा था। जो अग्रसेन सर्किल के पास ही चारे की दुकान और एक बाइक ठीक करने की दुकान पर छोटा—मोटा मजदूरी का काम करता था। वहीं शराब पीने का भी आदि था। वह 18 जून के बाद से लापता था। परिजन रिश्तेदारी व अन्य जगहों पर तलाश कर रहे थे। बाइक ठीक करने वाले मुकेश ने उन्हें बताया था कि 18 जून को अंतिम बार रात को देखा गया था। वह बाइक ठीक करने वाली दुकान पर ही सोया था। लेकिन सुबह नहीं मिला। परिजनों ने प्रमोद की मृत्यु की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

नूआं गांव से महिलाएं पहुंची झुंझुनूं, मारपीट के मामले में कार्रवाई की मांग

एसपी को ज्ञापन देने आई नूआं ग्राम की महिलाएं।

नूआं गांव से बड़ी संख्या में महिलाएं झुंझुनूं पहुंची। झुंझुनूं एसपी से मिली इस महिलाओं ने एक मारपीट के मामले में कार्रवाई की मांग की। गांव की अरूण कंवर ने बताया कि उसके साथ उसके जेठ गिरवर सिंह, जो कि आर्मी में नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत है, ने 18 जून को मारपीट की। जब वह अपने नोहरे में गई तो वहां पर पत्थर के पिलर लगे हुए थे। इन पिलरों के बारे में पूछने पर उसके जेठ नायब सूबेदार गिरवर सिंह ने मारपीट की। अपनी मां को छुड़वाने के लिए जब अरूण कंवर के बेटे—बेटी पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की। हो हल्ला सुनकर जब पास पड़ौस के लोग आए तो उससे मारपीट बंद की गई। इस मामले की एफआईआर मंडावा थाने में दर्ज करवाने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि वह बार—बार एसपी कार्यालय आ रही है। अरूण कंवर के साथ गांव की महिलाएं भी आई। जिन्होंने बताया कि अरूण कंवर को प्रताड़ित किया जा रहा है। अरूण कंवर का पति राकेश सिंह बीमार चलता है। महिलाओं ने कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की बात कही है।