Jhunjhunu Update
झुंझुनूं का नं. 1 न्यूज़ नेटवर्क

बाल कल्याण समिति के सदस्य पहुंचे बीडीके अस्पताल, पालना गृह में मिले बच्चे के स्वास्थ्य की स्थिति जानीं

22 मई को सुबह पौने आठ बजे बीडीके अस्पताल के पालना गृह में मिला था बच्चा

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झुंझुनूं। बीडीके अस्पताल में स्थापित किए गए पालना गृह में मिले बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की शक्ति प्राप्त न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के सदस्य मोहम्मद अख्तर, भरतलाल नूनियां व गुड्डी देवी राजकीय बीडीके अस्पताल में पहुंचे। राजकीय शिशु गृह के मैनेजर मुकेश कुमार सैनी के साथ पहुंचे तीनों सदस्यों ने अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती नवजात के स्वास्थ्य की जानकारी ली और दिए जा रहे उपचार को देखा। इस मौके पर सदस्य मोहम्मद अख्तर, भरतलाल नूनियां और गुड्डी देवी ने बताया कि चिकित्सकों को बच्चे को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के निर्देश दिए गए है। जब बच्चा मिला था तो उसे पानी की कमी थी। लेकिन अब बच्चे की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही बच्चे को राजकीय शिशु गृह में भिजवाया जाएगा।

आपको बता दें कि 22 मई को सुबह पौने आठ बजे के करीब राजकीय बीडीके अस्पताल के पालना गृह में अज्ञात महिला या फिर अज्ञात पुरूष नवजात को छोड़कर चला गया था। जिसके बाद से लगातार बीडीके अस्पताल के एनआईसीयू में नवजात का ईलाज चल रहा है। इस मौके पर समिति सदस्यों ने चिकित्सकों को पूरी तरह से बच्चे का ईलाज कर उसे स्वस्थ करने के निर्देश दिए। साथ ही अन्य किसी परेशानी के लिए बाल कल्याण समिति झुंझुनूं को तुरंत सूचना देने की बात कही गई।

अतिरिक्त निदेशक ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर के अतिरिक्त निदेशक सुरेद्र सिंह द्वारा जिले में विभागीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने विभाग के झुंझुनूं, नवलगढ़, चिड़ावा के कार्यालयों को निरीक्षण किया। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन, छात्रवृत्ति, गाडिया लोहार, पालनहार, संपर्क पोर्टल, कन्यादान एवं मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा की एवं लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजकीय अंबेडकर छात्रावास नवलगढ़, झुंझुनूं प्रथम एवं द्वितीय एवं राजकीय महाविद्यालय स्तरीय कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्रावासों में सामान्य मरम्मत, पानी, बिजली फिटिंग आदि को ठीक करवाने, छात्रावास परिसर में लगाए गए लॉन को हरा-भरा रखने एवं नये सत्र में शत-प्रतिशत प्रवेश करवाने के निर्देश प्रदान किए। निरीक्षण के दौरान उप निदेशक डॉ. पवन पूनियां, ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी डॉ. निखिल कुमार, दिनेश कुमार, जयकरणसिंह बुडानियां भी उपस्थित रहे।

सांझी छत सैनिक बालिका छात्रावास केंद्र में 2 आवासीय फ्लेट रिक्त
सांझी छत सैनिक बालिका छात्रावास एवं पुर्नवास केंद्र में 12 युद्ध विधवाओं कम परिवार के साथ अस्थाई रूप से बेहतरीन सुविधा है। जिसमें से 10 आवास आंवटित हो चुके है। अभी दो आवासीय फ्लैट खाली है। इस सांझी छत सैनिक बालिका छात्रावास एवं पुर्नवास केंद्र में आवासीय फ्लैट के लिए विभिन्न युद्धों, आॅपरेशनों में शहीद सैनिकों के आश्रित वीरांगनाएं जो स्वयं अध्ययन ट्रेनिंग प्राप्त कर आत्म निर्भर होना चाहती होना अथवा बच्चों का उच्च शिक्षा दिलवाने के लिए सांझी छत सैनिक बालिका छात्रावास एवं पुर्नवास केंद्र में अस्थाई रूप से सुविधा प्राप्त करना चाहती है, के लिए आवेदन पत्र सांझी छत सैनिक बालिका छात्रावास में स्वयं उपस्थित हो कर प्राप्त कर सकती है।